शरद पूर्णिमा पर मां लक्ष्मी के पूजन का विधान है. इस दिन की गयी पूजा से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में धन धान्य बना रहता है. शरद पूर्णिमा के दिन किया गया लक्ष्मी पूजन उत्तम फलदायी होता है और इस बार तो शरद पूर्णिमा पर कई शुभ योग भी बने हैं. ऐसे में इन शुभ मुहूर्त में पूजा करने पर आप सुख समृद्धि का आशीर्वाद मां लक्ष्मी से पा सकते हैं.
शरद पूर्णिमा के दिन देवी लक्ष्मी की पूजा करने का विधान है. इस वर्ष शरद पूर्णिमा लक्ष्मी पूजन के लिए कई उपयुक्त मुहूर्तों बने हुए हैं.
शुभ-उत्तम: प्रातः 07:54 से प्रातः 09:17 तक
चर- समान्य: दोपहर 12:05 बजे से 01:28 बजे तक
लाभ-उन्नति: दोपहर 01:28 बजे से 02:52 बजे तक
अमृत- सर्वोत्तम: दोपहर 02:52 बजे से शाम 04:16 बजे तक
लाभ-उन्नति: शाम 05:40 से शाम 07:16 तक
शुभ-उत्तम: रात्रि 08:52 से रात्रि 10:29 तक
शरद पूर्णिमा पर अपनी राशि के अनुसार भोग लगाएं
ऐसा माना जाता है कि इस पूर्णिमा की रात को देवी लक्ष्मी पृथ्वी पर आती हैं, इसलिए इस दिन उनकी पूजा करने से समृद्धि आती है. शरद पूर्णिमा के दिन आप अपनी राशि के अनुसार देवी लक्ष्मी को प्रसाद चढ़ाकर उनका आशीर्वाद पा सकते हैं.
मेष: आपको लड्डू और पेड़े का भोग लगाना चाहिए
वृषभ: वृषभ राशि वालों को केले, अनार और अंगूर का भोग लगाना चाहिए
मिथुन: मिथुन राशि वालों को गुड़ से बनी खीर और मिठाई का भोग लगाना चाहिए
कर्क: कर्क राशि के जातकों को कमल और चमेली के फूल चढ़ाने चाहिए
सिंह राशि: सिंह राशि वालों को हलवा और घी से बनी मिठाई का भोग लगाना चाहिए.
कन्या: कन्या राशि वालों को सेब और आम जैसे ताजे फल चढ़ाने चाहिए
तुला: तुला राशि वालों को दूध और चीनी से बनी मिठाई का भोग लगाना होगा
वृश्चिक: वृश्चिक राशि वालों को गुड़ और नारियल से बनी मिठाई का भोग लगाना चाहिए
धनु: धनु राशि के जातकों को तिल से बने लड्डू और मिठाई का भोग लगाना चाहिए
मकर: मकर राशि के जातकों को सूखे मेवे से बनी मिठाई का भोग लगाना चाहिए
कुंभ राशि: कुंभ राशि के जातकों को घी से बनी मिठाई का भोग लगाना चाहिए
मीन राशि: मीन राशि के जातकों को चावल और दूध से बनी मिठाई का भोग लगाना चाहिए